Cooler vs AC Electricity Bill: गर्मी के मौसम में घर में ठंडक बनाए रखना जरूरी हो जाता है. अधिकांश लोग या तो कूलर का सहारा लेते हैं या फिर एयर कंडीशनर (AC) का. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि किसमें बिजली की खपत ज्यादा होती है और कौन सा ऑप्शन आपकी जेब के लिए बेहतर है?
कूलर या एसी
बहुत से लोग मानते हैं कि AC चलाने से बिजली का बिल अधिक आता है, वहीं कुछ का मानना है कि कूलर की मोटर और एग्जॉस्ट फैन ज्यादा बिजली खपत करते हैं. लेकिन असली तुलना तब होती है जब हम इनकी रोजाना और मासिक बिजली खपत को देखें.
कूलर की बिजली खपत का पूरा हिसाब
यदि आपके पास 400 वॉट का कूलर है और आप इसे 12 घंटे रोजाना चलाते हैं, तो प्रतिदिन यह 4.8 यूनिट बिजली खपत करेगा.
- मासिक खर्च: 4.8 यूनिट × 30 दिन = 144 यूनिट
- अगर बिजली दर ₹7 प्रति यूनिट है, तो मासिक खर्च: 144 × ₹7 = ₹1,008
एसी की बिजली खपत कितनी होती है? (AC Power Consumption Per Month)
एक 1.5 टन का 5-स्टार AC औसतन 840 वॉट प्रति घंटा बिजली खपत करता है.
- 12 घंटे चलाने पर: 840 × 12 = 10,080 वॉट = 10.08 यूनिट/दिन
- मासिक खर्च: 10.08 यूनिट × 30 दिन = 302 यूनिट
- बिजली दर ₹7 प्रति यूनिट मानें तो मासिक बिल: 302 × ₹7 = ₹2,114
AC बनाम कूलर
- बिजली खपत और बिल के हिसाब से देखें तो:
- कूलर पर मासिक खर्च: लगभग ₹1,008
- AC पर मासिक खर्च: लगभग ₹2,114
इस तुलना से स्पष्ट है कि कूलर AC के मुकाबले आधे से भी कम खर्चीला साबित होता है. हालांकि कूलर से ठंडक की तीव्रता AC जितनी नहीं होती, लेकिन बिजली बचाने की सोच हो तो कूलर बेहतर विकल्प है.
कूलर या AC खरीदते वक्त ध्यान देने वाली बातें
यदि आपके घर में लंबे समय तक बिजली कटौती होती है, तो कूलर एक किफायती और टिकाऊ विकल्प है.
कमरे का आकार, वेंटिलेशन और छत की ऊंचाई को ध्यान में रखकर ही उपकरण खरीदें.
5 स्टार रेटिंग वाले AC या कम वॉट के कूलर बिजली बचाने में मदद करते हैं.